What is Hardware And Software in Hindi

Hardware And Software

हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर किसे कहते है और ये क्या होते है ?

इस पोस्ट में आप Hardware और Software के बारे में जानेंगे की ये क्या होते है और कैसे होते है तथा इनका Use कहाँ कहाँ और कैसे होता है। हमे उम्मीद है की ये पोस्ट आपके वहुत काम आएगी। 
तो चलिए सीखते हैं। 

What is Hardware and Software in Hindi

Hardware और Software दोनों ही Computer में प्रयोग किये जाने वाले प्रोग्राम और उपकरण हैं। अंतर सिर्फ इतना होता है कि हार्डवेयर को कंप्यूटर में भौतिक पार्ट की तरह लगाया जाता है और सॉफ्टवेयर को किसी एप्लीकेशन के रूप में कंप्यूटर में इनस्टॉल किया जाता है। 
इसको आप नीचे पुरे विस्तार से समझ सकते है। 

Hardware Kya Hai || हार्डवेयर क्या है

कंप्यूटर के वे भाग जिन्हें हम देख सकते हैं और स्पर्श कर सकते हैं अर्थात यांत्रिक विद्युत तथा इलेक्ट्रॉनिक भाग कंप्यूटर हार्डवेयर के नाम से जाने जाते हैं। कंप्यूटर हार्डवेयर को ही कंप्यूटर के भाग के नाम से जाना जाता है। जैसे Hard Disk, CPU, Keyboard etc.
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What is Hardware and Software in Hindi 

Software Kya Hai || सॉफ्टवेयर क्या है 

सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग भाषा में लिखे गए निर्देशों अर्थात प्रोग्रामो कि वह श्रंखला है जो कंप्यूटर के विभिन्न हार्डवेयर के बीच समन्वय स्थापित करता है। ताकि किसी विशेष कार्य को पूरा किया जा सके। इसका प्राथमिक उद्देश्य डाटा को सूचना में परिवर्तित करना है। सॉफ्टवेयर के निर्देशों के अनुसार ही हार्डवेयर कार्य करते हैं। इसे प्रोग्रामो का समूह भी कहते हैं।

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What is Hardware and Software in Hindi

अगर मै अपनी तरफ से कहुँ तो, ""कंप्यूटरों में सैकड़ों की संख्या में प्रोग्राम होते हैं। जो अलग-अलग कार्यों के लिए लिखे या बनाए जाते हैं। इन सभी प्रोग्रामो के समूह को सम्मिलित रूप से सॉफ्टवेयर कहा जाता है।""

Types of Software || सॉफ्टवेयर के प्रकार 

सॉफ्टवेयर को उसके कार्य तथा संरचना के आधार पर दो प्रमुख भागों में विभाजित किया गया है।

  1.  System Software
  2. Application Software

System Software || सिस्टम सॉफ्टवेयर 

जब प्रोग्राम कंप्यूटर को चलाने उसको नियंत्रित करने उसके विभिन्न भागों की देखभाल करने तथा उसकी सभी क्षमताओं का अच्छे से उपयोग करने के लिए लिखे जाते हैं उनको सम्मिलित रूप से सिस्टम सॉफ्टवेयर कहा जाता है।


कंप्यूटर से हमारे संपर्क के संवाद सिस्टम सॉफ्टवेयर के माध्यम से ही हो पाता है। दूसरे शब्दों में कंप्यूटर हमेशा सिस्टम सॉफ्टवेयर के नियंत्रण में ही रहता है जिसके बिना हम सीधे कंप्यूटर से अपना संपर्क नहीं बना सकते हैं।

सिस्टम सॉफ्टवेयर में वे प्रोग्राम शामिल होते हैं जो कंप्यूटर सिस्टम को नियंत्रित करते हैं और उसके विभिन्न भागों के बीच उचित तालमेल बनाकर कार्य कराते हैं।
ये कई प्रकार के होते हैं।

  • Operating System

इसमें वे प्रोग्राम शामिल होते हैं, जो कंप्यूटर के विभिन्न अवयवों के कार्य को नियंत्रित करते हैं उनमें समन्वय स्थापित करते हैं तथा उन्हें मैनेज करते हैं।

इसका प्रमुख कार्य उपयोगकर्ता तथा हार्डवेयर के मध्य एक संबंध में स्थापित करना होता है ऑपरेटिंग सिस्टम कुछ विशेष प्रोग्रामो का एक ऐसा व्यवस्थित समूह है जो किसी कंप्यूटर के संपूर्ण क्रियाकलापों को नियंत्रित करके रखता है।

ऑपरेटिंग सिस्टम आवश्यक होने पर अन्य प्रोग्रामो को चालू करता है। विशेष सेवाएं देने वाले प्रोग्रामो  को मशीनी भाषा में अनुवाद करता है और उपयोगकर्ता की इच्छा के अनुसार आउटपुट निकालने के लिए डाटा का प्रबंध करता है।
उदाहरण  Windows XP Windows 7 Windows 8 Etc

  • Device Driver

यह एक विशेष प्रकार का सॉफ्टवेयर होते हैं। जो किसी युक्ति के प्रचालन को समझाते हैं। यह सॉफ्टवेयर किसी युक्ति तथा उपयोगकर्ता के मध्य इंटरफ़ेस का कार्य करते हैं।

किसी भी युक्ति को सुचारू रूप से चलाने के लिए चाहे वह प्रिंटर को माउस मॉनिटर या कीबोर्ड ही हो उसके साथ एक ड्राइवर प्रोग्राम जुड़ा होता है डिवाइस ड्राइवर निर्देशों का एक ऐसा समूह होता है जो हमारे कंप्यूटर का परिचय उसे जोड़ने वाले हार्डवेयर से करवाते हैं।

  • Language Translator

यह ऐसे प्रोग्राम है जो विभिन्न प्रोग्रामिंग भाषाओं में लिखे गए प्रोग्राम का अनुवाद कंप्यूटर की मशीनी भाषा में करते हैं। यह अनुवाद कराने के लिए आवश्यक होता है। क्योंकि कंप्यूटर केवल अपनी भाषा मशीनी भाषा में लिखे हुए प्रोग्राम का ही पालन कर सकता है।
इन्हें तीन श्रेणियों में बांटा गया है।

1. Assembler || असेंबलर

यह एक ऐसा प्रोग्राम होता है जो असेंबली भाषा में लिखे गए प्रो किसी प्रोग्राम को पड़ता है और उसका अनुवाद मशीनी भाषा में कर देता है। असेंबली भाषा के प्रोग्राम को सोर्स प्रोग्राम कहा जाता है।
इसका मशीनी भाषा में अनुवाद करने के बाद जो प्रोग्राम प्राप्त होता है उसे ऑब्जेक्ट प्रोग्राम कहा जाता है।

2. Compiler || कंपाइलर

यह एक ऐसा प्रोग्राम होता है जो किसी प्रोग्राम मर द्वारा उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा में लिखे गए सोर्स प्रोग्राम का अनुवाद मशीनी भाषा में काटता है कंपाइलर शॉप्स प्रोग्राम के प्रत्येक कथन किया निर्देश का अनुवाद करके उसे मशीनी भाषा में निर्देश में बदल देता है इस पर एक उच्च स्तरीय भाषा के लिए एक अलग कंपाइलर की आवश्यकता होती है

3. Interprater || इंटरप्रेटर

यह किसी प्रोग्रामर द्वारा उच्चस्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा मे लिखे गए सॉर्ट प्रोग्राम का अनुवाद मशीनी भाषा में करता है परंतु यह एक बार में सोच प्रोग्राम के केवल एक ही कथन को मशीनी भाषा में अनुवाद में करता है और उनका पालन कर आता है इनका पालन हो जाने के बाद ही वह सोर्स प्रोग्राम के अगले कथन का मशीनी भाषा में अनुवाद करता है

Application Software

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर उन प्रोग्रामो को कहा जाता है जो हमारा वास्तविक कार्य कराने के लिए लिखे जाते हैं। जैसे कार्यालय के कर्मचारियों को वेतन की गणना करना सभी लेनदेन तथा खातों का हिसाब किताब रखना विभिन्न प्रकार के रिकॉर्ड छापना स्टॉक की स्थिति का विवरण देना पत्र दस्तावेज तैयार करना इत्यादि।


आजकल ऐसे प्रोग्राम सामान्य तौर पर सबके लिए एक जैसे लिखे हुए भी आते हैं।
जैसे MS Word, MS Excel, Telly, Pagemaker, Photoshop इत्यादि।
ये कई प्रकार के होते हैं।

सामान्य उद्देश्य सॉफ्टवेयर

प्रोग्राम कब है, समूह, जिन्हे उपयोगकर्ता अपनी आवश्यकतानुसार अपने सामान्य उद्देश्यों की पूर्ति के लिए प्रयोग में लाते हैं सामान्य उद्देश्य्य  के सॉफ्टवेयर कहलाते हैं।
उदाहरण-:  ग्राफिक्स सॉफ्टवेयर, स्प्रेडशीट डेटाबेस प्रबंधन

विशिष्ट उद्देश्य सॉफ्टवेयर

यह सॉफ्टवेयर किसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु बनाए जाते हैं इस प्रकार के सॉफ्टवेयर का अधिकांश केवल एक उद्देश्य होता है। सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले कुछ विशिष्ट सॉफ्टवेयर।
Payroll management system Hotel Management System

System Utilities

यह प्रोग्राम किसी कंप्यूटर के रखरखाव से संबंधित कार्य करते हैं। यह प्रोग्राम्स कंप्यूटर के कार्य को सरल बनाने उसको अशुद्धियों से दूर रखने तथा सिस्टम के विभिन्न सुरक्षा कार्यों के लिए बनाए जाते हैं।

यूटिलिटी प्रोग्राम कई ऐसे कार्य करते हैं जो कंप्यूटर का उपयोग करते समय हमें करने पड़ते हैं उदाहरण के लिए कोई यूटिलिटी प्रोग्राम हमारी फ़ाइल का बैकअप किसी बाहरी भंडारण साधन पर लेने का कार्य कर सकता है
कुछ यूटिलिटी सॉफ्टवेयर निम्न है

Disc Compression

यह हार्ड डिस्क पर उपस्थित सूचना पर दबाव डालकर उसे संकुचित कर देता है ताकि हार्ड डिस्क पर अधिक से अधिक सूचना स्टोर किया जा सके इस यूटिलिटी स्वयं अपना कार्य करती रहती है तथा जरूरी नहीं कि उपयोगकर्ता को इसकी उपस्थिति की जानकारी हो।

Disk fragment

कंप्यूटर के हार्ड डिस्क पर यह विभिन्न जगह पर बिखरी हुई फाइलों को खोज कर उन्हें एक स्थान पर लाता है इसका प्रयोग फाइलों तथा हार्ड डिस्क की खाली पड़ी जगह को व्यवस्थित करने में होता है

Backup Utilities

यह कंप्यूटर के डिस्क पर उपस्थित सारी सूचना की एक कॉपी रखता है तथा जरूरत पड़ने पर कुछ जरूरी फाइलों या पूरी हार्ड डिस्क की सामग्री वापस रजिस्टर कर देता है

Disc Cleaners

यह उन फाइलों को ढूंढ कर डिलीट करता है जिनका बहुत समय से उपयोग नहीं हुआ है इस प्रकार यह कंप्यूटर की गति को भी तेज करता है

Anti-Virus Scanner and Removal

यह ऐसे यूटिलिटी प्रोग्राम होते हैं, जिनका प्रयोग कंप्यूटर के ढूंढने और उन्हें डिलीट करने में होता है।

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1 comment:

  1. Great article very knowledgeful information if you want to know more about click here - software क्या है? Types of software

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